बिहार का महापर्व छठ 14 नवम्बर को उषा अर्घ्य देने के साथ ही समाप्त हो गया और अब सभी जगह छठ पूजा के प्रसाद वितरण का माहौल बना हुआ है. जिसके छठ हुआ हा वो अपने रिश्तेदारों आस पड़ोस में छठ के प्रसाद बाँट रहे है . और सच पूछा जाये तो छठ पूजा करने…
Read Moreछठ केवल भारत के लोगो को ही नही बल्कि विदेशियों को भी आकर्षित कर रहा है । पहले बिहार उत्तर प्रदेश और झारखंड के लोग छठ पर्व के समय अगर किसी कारण वश अपने घर नही आ पाते थे तो विदेशो में ही छठ पर्व मनाया करते थे । पर ऐसा पहली बार आया है…
Read Moreलोक आस्था के महापर्व छठ की पूजा करने के लिए परदेसी भी अपने-अपने गांव पहुंच गए हैं। जिले के विभिन्न गांवों में सैकड़ों की संख्या में अमेरिका, यूरोप, खाड़ी देशों में रहनेवाले भारतीय अपने गांव पहुंचे हैं। इसी क्रम में सोमवार को कुचायकोट प्रखंड के जलालपुर गांव में छठ पूजा करने के लिए अनुज जायसवाल…
Read Moreदुनिया के लोग जब कभी सबसे कठिन साधना की चर्चा करते है तो उसमें छठ पूजा का नाम सबसे पहले आता है ।छठ पर्व का नाम लेते ही समस्त भोजपुरी भाषी समाज मे जो रोम- रोम में जो खुशी प्रकट होती है उसको शब्दों में बताना मुश्किल है । छठ बिहारी अस्मिता की पहचान है…
Read Moreमहापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान रविवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया। सोमवार को पर्व के दूसरे दिन सुबह में व्रती गंगा सहित विभिन्न नदियों व तालाबों में स्नान कर पवित्र पात्र में जल भरकर घर आए तथा प्रसाद बनाया। जो व्रती नदी किनारे या तालाब किनारे छठ करेंगी वे वहीं मिट्टी…
Read Moreछठ पूजा में आपने देखा होगा की छठ का प्रसाद मिटटी के चूल्हे पर बनाया जाता है और यह परंपरा सदियों से चलती आ रही है । व्रती खरना का प्रसाद जैसे गुड़ की खीर , ठेकुआ और रोटी नए चूल्हे पर ही बनाते है । इन सब के पीछे जो सबसे मुख्य कारण है…
Read Moreकिसी स्थान विशेष की संस्कृतियों का एकीकृत समागम ही वहाँ की लोक सभ्यता होती है, जिसकी झलक वहाँ के लोक पर्व, लोक कला और लोक संस्कार की गतिविधियों में हमें दिखाई देती है। छठ पर्व और मधुबनी/मिथिला पेंटिंग बिहार का दो ऐसा ही सांस्कृतिक पक्ष है जो बहुत ही मजबूती से ना केवल बिहार बल्कि…
Read Moreलोकआस्थाका महापर्व छठ मुख्य रूप से बिहार, झारखण्ड और पूर्वी उत्तर प्रदेश का त्योहार माना जाता है। लेकिन अब यह इन इलाकों की सीमाओं को तोड़ देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों में भी पूरी आस्था के साथ मनाया जाता है। पड़ोसी देश नेपाल के एक बड़े इलाके में भी महापर्व छठ मनाया जाता रहा…
Read Moreलोकआस्था का महापर्व छठ अपने आप में हर मामले में अनूठा है। यही एकमात्र पर्व है जिसमें किसी भी तरह के कर्मकांड की जरूरत नहीं होती है। सभी चीजें जनश्रुति हैं और परंपरा से पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है। यह पर्व प्रकृतिस्वरूप नारी शक्ति को भी दर्शाता है। हमारी सामाजिक विडंबना है कि…
Read Moreछठ मेरा सबसे प्रिय त्योहार है। बतौर कलाकार तो इसलिए भी कि यह इकलौता त्योहार है, जो गीत- संगीत प्रधान है। अगर आदिवासी समुदाय के पर्व त्योहारों को छोड़ दें, जिनके रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा गीत-संगीत होता है, तो दूसरे किसी त्योहार के बारे में, जिसमें गीत-संगीत इस तरह अनिवार्य तत्व की तरह शामिल…
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