दिवाली बीतते ही महापर्व छठ सबका ध्यान अपनी तरफ खींचना शुरू कर देता है। महिलाएं हो या पुरुष दोनों की तैयारियों और जिम्मेदारियों की लिस्ट लगभग बराबर होती है। यही नहीं, जिसके यहाँ छठ पूजा हो रहा हो और जिसके यहाँ पूजा न हो रहा हो, उनदोनों की तैयारियाँ और जिम्मेदारियाँ भी लगभग बराबर चलती…
Read Moreबिहार की पहली फिल्म का नाम क्या है? इस सवाल का जवाब महान पर्व छठ से जुड़ा है। बिहार की पहली फिल्म का नाम ‘छठ मेला’ है जिसका निर्माण 1930 में हुआ था। यह मूक फिल्म थी। 16 mm की ये फिल्म केवल चार रील बनी थी। इस फिल्म को बनाया था देव औरंगाबाद जिले…
Read Moreमहापर्व छठ चार दिनों में सम्पन्न होता है। पहला दिनः- व्रती इस दिन नाखनू वगैरह को अच्छी तरह काटकर, स्वच्छ जल से अच्छी तरह बालों को धोते हुए स्नान करते हैं। इसके बाद नए वस्त्र धारण कर अपने हाथों से साफ-सुथरे व नई माटी के चूल्हे पर अपना भोजन स्वयं बनाकर सूर्यदेव को नैवेद्य देकर…
Read Moreग्रीष्म ऋतु प्रस्थान कर गयी है और शरद ऋतु का आगमन दल-बल के साथ हो गया है। प्रतिदिन नए-नए दृश्य देखने को मिल रहे हैं, उदाहरण के लिए- सूर्य और बादल के बीच प्रतिस्पर्धा, ओस कणों या कुहासों की प्रतिस्पर्द्धा इत्यादि इत्यादि। इन ऋतु परिवर्तनों का जीवों पर बड़ा असर पड़ा है। जिनके शरीर खुद…
Read Moreअंगना में पोखरी खनाएब , छठि मैया अएतन आज अंगना में पोखरी खनाएब छठि मैया अएतन आज छठि मैया अएतन आज दुअरा पर तम्बुआ तनाएब छठि मैया अएतन आज छठि मैया अएतन आज आंचरा से गलिया बहारब आंचरा से गलिया बहारब छठि मैया अएतन आज छठि मैया अएतन आज छठि मैया अएतन आज केलवा डाला भरि…
Read Moreसुनि छठि माई मोर विनितिया हो , असिया पुरन होय सुनि छठि माई मोर विनितिया हो असिया पुरन होय असिया पुरन होय होई हे आदित्य मल सहईया हो असिया पुरन होई असिया पुरन होई जनमे अभागिन कहईनी हो असिया पुरन होय असिया पुरन होय लाज बचायी छठि मईया हो असिया पुरन होय असिया पुरन होय…
Read Moreपटना के हाट पर नारियर, नारियर कीनबे जरूर गायिका : कविता पौडवाल एवं साथी पटना के हाट पर नारियर, नारियर कीनबे जरूर नारियर कीनबे जरूर हाजीपुर केरवा बेसह के अरघ देवे जरूर अरघ देवे जरूर आदित्य मनाय छठ करबे बर मंगबे जरूर बर मंगबे जरूर पांच पुतर अन धन लक्ष्मी लक्ष्मी मंगबे जरूर लक्ष्मी…
Read Moreकांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाय गायिका : अनुराधा पौडवाल एवं साथाी कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाय बहंगी लचकत जाय होई ना बलम जी कहरिया बहंगी घाटे पहुंचाय कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाय बहंगी लचकत जाय बाट जे पूछेला बटोहिया बहंगी केकरा के जाय…
Read Moreपटना के घाट पर देबेलु अरघिया हो , केकरा लागी भारत शर्मा और अनुराधा पौडवाल द्वारा छठ पर्व का यह गीत बहुत ही कर्णप्रिय है . इसमे पुरुष स्त्री से पूछता है घाट पर छठी माता को अर्घ्य किसके लिए दे रही हो . जवाब में स्त्री कहती है की मै अर्घ्य अपने बेटे के…
Read Moreपुत्र प्राप्ति के लिए बाँझिन स्त्री की सूर्य भगवान से प्रार्थना ए गोड़े खरउवां ए दीनानाथ , हाथ में सोवरन के सांटी ए कान्हे जनेउवा ए दीनानाथ , चनन बाटे लिलार ए सब तिरियवा ए दीनानाथ , छेकेली दुआरी ए सब डलियवा ए दीनानाथ , लिहली उठाई ए बांझी के डलियवा ए दीनानाथ ,…
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