बिहार में छठ के पारंपरिक गीत हों या विवाह का मौका इन अवसरों पर बजने वाले गानों का दूसरा नाम ही पद्मश्री शारदा सिन्हा है। पर्व त्योहारों से लेकर दूसरे शुभ अवसरों पर इनके गाए गीत जहां एक ओर बिहार की लोक संस्कृति की सोंधी महक बिखेरते हैं वहीं यह गीत कानों में मिश्री घोलने का भी काम करते हैं। इनके गाये लोकगीत को सिर्फ बिहार में ही नहीं बल्कि पूर्वी उत्तर प्रदेश,झारखंड समेत मॉरीशस तक में खासा पसंद किया जाता है।
2016 में इनका एक गाना “पाहिले पाहिले हम कईली छठी मईया व्रत तोहार ” आया था जो लोगो के जुबान पर चढ़ गया था | खासकर यह गीत नयी पीढ़ी के लिए गया गया था | इसमे दिखाया गया था की कैसे वर्षो से चली आ रही छठ की परंपरा को आगे बढाने का काम नयी पीढ़ी भी कर रही है | इस गाने को अभी तक youtube पर 25 लाख लोग देख चुके है | जितना मधुर आवाज में शारदा सिन्हा ने गाया है उतना ही बढ़िया इस विडियो का निर्माण भी किया गया है |
इस विडियो में दिखाया गया है की बेटे के पास माँ का फ़ोन आता है जिसमे वह बताती है की तबियत ख़राब होने की वजह से वो इस बार छठ नहीं कर रही है | वर्षो से चली आ रही छठी मईया को पूजने की परंपरा इस बार टूट जाएगी क्युकी रिश्तेदारी में भी कोई इस बार छठ नहीं कर रहा है |वह ये भी कहती है की नयी पीढ़ी की होने के कारण तुम्हारी पत्नी को भी छठ करना अच्छा नहीं लगेगा | ये बात बहु सुन लेती है और वो छठ करने का निश्चय लेती है | वो इंटरनेट के माध्यम से ही पूजा करने की विधि देखती है और छठ पूजा करती है | इस गाने के माध्यम से वो छठी मईया से कहती है की ये मेरा पहला छठ पर्व है अगर कोई मुझसे गलती हो जाये तो छठी मईया माफ़ कीजियेगा |
वह छठी मईया से गोदी में बलकवा देने अर्थात माँ बनने की प्रार्थना करती है | वह छठी मईया से विनती करती है की पति का स्नेह ऐसे ही बना रहे तथा हमारा कुल परिवार ऐसे ही बढ़ता रहे |
पाहिले पाहिले हम कईली
छठी मईया व्रत तोहार -2
कारिहा क्षमा छठी मईया
भूल चूक गलती हमार-2
गोदी के बलकवा के दिहा
छठी मईया ममता दुलार-2
पिया के सनेहिया बनईह
मईया दिहा सुख सार-2
नरियर केरवा घउदवा
सजल नादिया किनार-2
सुनिहा अर्ज छठी मईया
बढे कुल परिवार-2
घाट सजवनी मनोहर
मईया तोहर भक्ति अपार-2
लिही न अर्घिया ए मईया
दिही आशीष हज़ार-2
पाहिले पाहिले हम कईली
छठी मईया व्रत तोहार-2
कारिहा क्षमा छठी मईया
भूल चूक गलती हमार-2
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