गायिका : अनुराधा पौडवाल एवं साथाी
कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाय
बहंगी लचकत जाय
होई ना बलम जी कहरिया बहंगी घाटे पहुंचाय
कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाय
बहंगी लचकत जाय
बाट जे पूछेला बटोहिया बहंगी केकरा के जाय
बहंगी केकरा के जाय
तू तो आन्हर होवे रे बटोहिया बहंगी छठ मैया के जाय
बहंगी छठ मैया के जाय
ओहरे जे बारी छठि मैया बहंगी उनका के जाय
बहंगी उनका के जाय
कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाय
बहंगी लचकत जाय
होई ना देवर जी कहरिया बहंगी घाटे पहुंचाय
बहंगी घाटे पहुंचाय
ऊंहवे जे बारि छठि मैया बहंगी के उनके के जाय
बहंगी उनका के जाय
बाट जे पूछेला बटोहिया बहंगी केकरा के जाय
बहंगी केकरा के जाय
तू तो आन्हर होवे रे बटोहिया बहंगी छठ मैया के जाय
बहंगी छठ मैया के जाय
ऊंहवे जे बारी छठि मैया बहंगी उनका के जाय
बहंगी उनका के जाय
झारखंड की राजधानी रांची से छठ महापर्व की तस्वीर। Read More
चैत्र नवरात्रि के शंखनाद और श्लोक से जहां नववर्ष की शुरुआत से भक्तिमय वातावरण बना… Read More
बिहार का महापर्व छठ 14 नवम्बर को उषा अर्घ्य देने के साथ ही समाप्त हो… Read More
Leave a Comment